भावनाएं हिलोरे लेकर शब्द बनेंगे और कहेंगे हरदम.......मैं हृदय की बात रे मन.....
महकती फिजाओं में प्यार की वादियों में मैं मचलती सकुचाती आगे बढ़ी और तुम भी बढ़ने वाले थेबाहों में सारी कायनात समेटने वाले थेbahut achha, keep it up
रश्मि जी बहुत अच्छी पंक्तियां। प्रत्येक शब्द कुछ कह रहे हैं। sunil pandey
हिम्मत मत हारिये, लगे रहिये। आपकी रचना बहुत कुछ बोल रही हैं। सुनील पाण्डेय
उफ्फ - संवेदनशील - बहुत खूब
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4 comments:
महकती फिजाओं में
प्यार की वादियों में
मैं मचलती सकुचाती आगे बढ़ी
और तुम भी बढ़ने वाले थे
बाहों में सारी कायनात समेटने वाले थे
bahut achha, keep it up
रश्मि जी बहुत अच्छी पंक्तियां। प्रत्येक शब्द कुछ कह रहे हैं।
sunil pandey
हिम्मत मत हारिये, लगे रहिये। आपकी रचना बहुत कुछ बोल रही हैं।
सुनील पाण्डेय
उफ्फ - संवेदनशील - बहुत खूब
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